
केंद्रीय मंत्रियों के महाराष्ट्र दौरे पर शरद पवार कि चुटकी
शिवसेना और राकांपा के गढ़ में सेंध लगाने कि भाजपा कि कवायद। अपने पार्टी कि मजबूती के लिए यह सभी राजनितिक दलों का अधिकार है
योगेश पाण्डेय – संवाददाता
मुंबई – महाराष्ट्र में शिंदे-फडणवीस की सरकार सत्ता में आने के बाद से दिल्ली से लेकर महाराष्ट्र तक के भाजपा नेताओं के दौरे में इजाफा हुआ है। केंद्रीय मंत्री मुंबई और बारामती जैसे महत्वपूर्ण स्थानों का दौरा कर रहे हैं और शिवसेना और राकांपा के अभेद कीलों को चुनौती दे रहे हैं। अमित शाह के मुंबई और अनुराग ठाकुर के कल्याण दौरे के बाद अब केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण बारामती के दौरे पर है। राकांपा प्रमुख शरद पवार ने भाजपा नेताओं के दौरे पर अपनी राय रखते हुए मुंबई में प्रेस कॉन्फ्रेंस की है।
क्या केंद्रीय मंत्री महाराष्ट्र का दौरा कर रहे हैं और उन जगहों को निशाना बना रहे हैं जहां शिवसेना और राकांपा मजबूत हैं? इस बारे में पूछे जाने पर शरद पवार ने कहा कि किसी भी राजनीतिक दल को अपने भविष्य को मजबूत करने के लिए देश भर में दौरा करने का अधिकार है। अगर किसी क्षेत्र में, मतदाताओं में पार्टी की चिंता है तो वहां ज्यादा मेहनत करना गलत नहीं है, यह उनका राजनितिक अधिकार है।
हमें खुशी है कि सुप्रिया सुले ने बारामती में देश के वित्त मंत्री का स्वागत किया है। अरुण जेटली के मेरे निर्वाचन क्षेत्र में आने के बाद, वह मेरे घर पर रहे। खुद प्रधानमंत्री भी आये थे और उन्होंने यह भी कहा था कि यहाँ आने के बाद उनका ज्ञान बढ़ा। तत्कालीन राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी भी आए थे। इसलिए, अगर वित्त मंत्री आ रहे हैं, तो यह भी खुशी कि बात है, शरद पवार ने कहा।
यह महाराष्ट्र तक सीमित नहीं लगता है। उन्होंने अन्य राज्यों में भी कार्यक्रम आयोजित किए हैं, जो एक राजनीतिक दल का अधिकार है। उन्हें चुनाव को लेकर चिंता हो सकती है। पूरे देश की तस्वीर देखें तो केरल, तमिलनाडु, झारखंड, पश्चिम बंगाल, पंजाब में भाजपा का कोई राज्य नहीं है। उन्होंने कर्नाटक, तमिलनाडु में सत्ता उलट दी। मध्य प्रदेश में कलामनाथ की सरकार गिर गई। उत्तर प्रदेश और गुजरात जैसे कुछ राज्यों को छोड़कर, देश में भाजपा के लिए अनुकूल तस्वीर नहीं दिखती है। शरद पवार ने यह भी कहा कि अगर पार्टी के विस्तार की नीति को संज्ञान में लेकर इस तरह के दौरे का निर्णय लिया जाता है तो यह उनका अधिकार है।