
प्रभादेवी में शिंदे और उद्धव गुट में विवाद पर मनसे का व्यंग
ढाई साल की सरकार में उद्धव ठाकरे ने जो बोया है वही काट रहे हैं। सदा सरवणकर पर लगा फायरिंग का आरोप
योगेश पाण्डेय – संवाददाता
मुंबई – मुंबई में सभी गणेश भक्तों ने दसवें दिन अपने आराध्य गणपति बप्पा को भक्ति भाव से विदाई दी। दूसरे दिन शाम तक चले विसर्जन जुलूस में मुंबईकरों में खासा उत्साह देखने को मिला। हालांकि इसी दौरान प्रभादेवी में देखा गया कि मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे गुट और उद्धव ठाकरे गुट के बीच जोरदार टकराव देखने को मिला। इस मामले ने अब एक अलग मोड़ ले लिया है और सुनील शिंदे ने आरोप लगाया है कि शनिवार को सदा सरवनकर ने गोली चलाई थी। जिसके चलते अब इस मुद्दे को लेकर मुंबई में सियासी माहौल गरमा गरम होने का अंदेशा व्यक्त किया जा रहा है।
शिवसेना से एकनाथ शिंदे की बगावत के बाद से ही शिंदे गुट और उद्धव गुट के बीच अनबन दिन-ब-दिन बढ़ती ही जा रही है। ऐसा ही असर गणेश विसर्जन जुलूस के दौरान देखने को मिला। दसवें दिन जुलूस के दौरान प्रभादेवी में शिंदे गुट और शिवसेना कार्यकर्ता आमने-सामने आ गए। दोनों पक्षों में कहासुनी हो गई। इसमें सदा सरवणकर के पुत्र साधन सरवणकर ने शिवसेना की आलोचना करते म्यंव’ म्यंव का संबोधन किया जिससे माहौल और गर्म हो गया। हालांकि पुलिस के हस्तक्षेप के बाद विवाद को बिना देर किए सुलझा लिया गया।
अगले दिन यानी शनिवार की रात एक बार फिर विवाद खड़ा हो गया। इन दोनों गुटों के बीच एक बार फिर विवाद खड़ा हो गया है और शिवसेना विधायक सुनील शिंदे ने आरोप लगाया है कि इस विवाद में विधायक सदा सरवणकर ने फायरिंग की। हालांकि, सदा सरवणकर ने इसे पारिवारिक विवाद कहकर समेटने की कोशिश की है। साथ ही फायरिंग के आरोपों को भी सिरे से खारिज कर दिया।
इस बीच मनसे ने इन सभी मामलों को लेकर शिवसेना पर जोरदार हमला बोला है। मनसे नेता संदीप देशपांडे ने अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि दादर, माहिम, प्रभादेवी एक सभ्य निर्वाचन क्षेत्र हैं। यहां बिहार जैसे संघर्षों के लिए जगह बिल्कुल नहीं है। पुलिस को उचित जांच करनी चाहिए और दोषी पाए जाने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करनी चाहिए।
शिवसेना ने ढाई साल में जो नफरत का बीज बोया वह अब अंकुरित हो रहा है। आपने ढाई साल में लोगों के खिलाफ झूठे केस लगाए, फंसाने की कोशिश की। मुझ पर और संतोष धुरी पर झूठा केस करने के लिए महिला कांस्टेबल को धक्का दिया। वह महिला कांस्टेबल अब कहां है? उनके पास कोई बयान नहीं है, कुछ भी नहीं है। पिछले ढाई साल में आपने ऐसे कई झूठे मुकदमे लोगों के खिलाफ ठोंके हैं, तो जो बोया गया है, वही बढ़ रहा है।