
कोरोना वैक्सीन बनाने वाली कंपनी के साथ एक करोड़ की ऑनलाइन ठगी
सीरम इंस्टीट्यूट के एक निर्देशक को फोन पर एक करोड़ ट्रांसफर करने को कहा गया। ठगी के लिए अदर पूनावाला के नंबर को हैक किया गया
योगेश पाण्डेय – संवाददाता
मुंबई – कोरोना के लिए कोवैक्साइन और अभी हाल ही में कोरोना नेजल स्प्रे बनाने वाली भारत की अग्रणी कंपनी सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया यानी SII के एक डायरेक्टर सायबर फ्राॅड ठगी का शिकार हो गए हैं। उनसे एक अनजान शख्स ने 1 करोड़ रुपए बैंक अकाउंट में ट्रांसफर करा लिए। खास बात यह है कि जिस व्यक्ति ने ठगी की उसने खुद को सीरम इंस्टीट्यूट का CEO अदार पूनावाला बताया और पैसे ट्रांसफर करने की बात कही।
पुणे पुलिस ने उक्त घटना के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि घटना बुधवार और गुरुवार की बताई गई है। पुलिस ने इस मामले में धोखाधड़ी और IT एक्ट के तहत मामला दर्ज कर आगे की जांच में जुट गई है।
पुणे पुलिस के वरिष्ठ पुलिस अधिकारी प्रताप मंकर ने कहा कि कंपनी के डायरेक्टर सतीश देशपांडे की ओर से बूंद गार्डन पुलिस थाने में केस दर्ज करवाया गया है। उन्होंने बताया कि मेरे पास एक वॉट्सऐप मैसेज आया, जिसमें शख्स ने खुद को अदर पूनावाला बताया। मैसेज में एक 1 करोड़ रुपए मांगे गए। मैंने जब पैसे ट्रांसफर कर दिए तो पता चला कि मेरे साथ ठगी हुई है। हैरान कर देने वाली बात यह है कि मैसेज पर आने वाला नंबर अदर पूनावाला का ही था।
कंपनी के अधिकारियों ने यह मेसेज सीईओ का समझकर पैसे ऑनलाइन ट्रांसफर कर दिए थे। पैसे ट्रांसफर करने के बाद सतीश देशपांडे को एहसास हुआ कि अदर पूनावाला कभी भी इस तरह मैसेज करके पैसे नहीं मांगते हैं। उसके बाद उन्होंने कंफर्म किया तो पता चला कि कंपनी के साथ ठगी हुई है।
सीरम इंस्टीट्यूट के सीईओ अदर पूनावाला ने जुलाई में कहा था कि वह मंकीपॉक्स की MRNA वैक्सीन विकसित करने की योजना बना रहे हैं। इसमें Novavax कंपनी उनका साथ दे रही है। 23 जुलाई को मंकीपॉक्स को WHO ने हेल्थ इमरजेंसी घोषित की थी। इसी को ध्यान में रखते हुए सीरम इंस्टीट्यूट ने मंकीपॉक्स की वैक्सीन बनाने का फैसला किया है।