
सीबीआई, ईडी के बाद आयकर विभाग की छोटे राजनीतिक दलों पर कार्रवाई
मुंबई, पुणे, औरंगाबाद और राजस्थान के 87 शहरों में 110 जगहों पर छापेमारी। आयकर विभाग के मुताबिक लगभग 2000 करोड़ की टैक्स चोरी का मामला
योगेश पाण्डेय – संवाददाता
मुंबई : दलाली के बदले राजनीतिक चंदा नगद लौटाने वाले छोटे राजनीतिक दलों के खिलाफ आयकर विभाग ने कार्रवाई शुरू कर दी है। इसी के चलते गुरुवार को मुंबई में आठ जगहों पर छापेमारी की गई। बताया जा रहा है कि यह घोटाला दो हजार करोड़ रुपये से अधिक का है। आयकर विभाग ने देशभर के 87 शहरों में करीब 110 जगहों पर इस तरह की छापेमारी अभियान चलाया है।
देश भर में लगभग 198 छोटे राजनीतिक दल पंजीकृत हैं, लेकिन उन्हें अभी तक चुनाव आयोग की मंजूरी नहीं मिली है। चुनाव आयोग ने केंद्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड को सूचित किया था कि इन छोटे राजनीतिक दलों की वित्तीय गतिविधियां संदिग्ध हैं। इसी के तहत देशभर में बड़ी छापेमारी की गई है। इसमें महाराष्ट्र से मुंबई और पुणे शहर शामिल हैं।
सूत्रो से मिली जानकारी के मुताबिक ये छापेमारी मुंबई में आठ जगहों पर की गई। उनमें से एक राजनीतिक पार्टी का कार्यालय धारावी स्लम में स्थित है। पार्टी ने कुछ संगठनों से तकरीबन100 करोड़ रुपये का चंदा लिया। उसके बाद यह राशि चार से पांच प्रतिशत कमीशन काटकर संबंधित संस्थाओं को नकद के रूप में वापस कर दी गई। एक अन्य पार्टी का कार्यालय एक छोटे से कमरे में था। इस दल ने 80 करोड़ रुपये का चंदा भी स्वीकार किया और शेष राशि को पांच प्रतिशत कमीशन काटकर व्यक्ति और संगठन को नकद के रूप में लौटा दिया। इस प्रकार, कई छोटी पार्टियां नकद विनिमय के लिए पांच प्रतिशत तक ब्रोकरेज काट लेती हैं और आधिकारिक तौर पर ब्रोकरेज राशि को कहीं भी रिकॉर्ड नहीं करती हैं। उसी के आधार पर यह बात सामने आई है कि बड़ी मात्रा में आय छिपाकर टैक्स चोरी की गई है। इसलिए देशभर में छापेमारी अभियान चलाया जा रहा है।
आयकर विभाग ने बुधवार को औरंगाबाद में शिवसेना के करीबी एक बड़े कारोबारी के आवास और कार्यालय पर छापेमारी की थी। लगातार दो दिनों तक यह छापेमारी चलती रही। टीम में 50 से अधिक अधिकारी और कर्मचारी शामिल रहे, साथ ही सुरक्षा के लिहाज से तैनात केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल के जवानों की संख्या भी बढ़ा दी गई है, जिसमें महिला कर्मचारी भी शामिल हैं।
इस बीच राजस्थान में मध्याह्न भोजन घोटाले को लेकर आयकर विभाग की टीम ने राजस्थान समेत कई जगहों पर छापेमारी की है और यहां के व्यवसायी के खिलाफ की गई कार्रवाई भी उसी से जुड़ी समझी जा रही है।
इस बीच इस कार्रवाई को लेकर पूरी गोपनीयता बरती जा रही है और अभी तक की जांच से क्या हांथ लगा इसकी आधिकारिक जानकारी नहीं मिल पाई है।