
क्यों बदल दिया मुख्यमंत्री ने विचार, मां साहेब मीनताई ठाकरे को श्रद्धांजलि देने शिवाजी पार्क पहुंचे
दशहरा रैली के आयोजन को लेकर असमंजस में एकनाथ शिंदे, विकल्प के तौर पर एमएमआरडीए मैदान को चुना
योगेश पाण्डेय – संवाददाता
मुंबई : शिवसेना प्रमुख स्वर्गीय बालासाहेब ठाकरे की पत्नी और उद्धव ठाकरे की मां मीनाताई ठाकरे का आज स्मृति दिवस है। इस मौके पर शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ने शिवाजी पार्क में मीनाताई ठाकरे की प्रतिमा को नमन किया। तत्पश्चात महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे भी उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित करने शिवाजी पार्क पहुंचे। एकनाथ शिंदे ने ट्विटर के जरिए मिनाताई ठाकरे के प्रति अपनी भावनाओं को व्यक्त किया।
एकनाथ शिंदे ने ट्वीट कर कहा है कि स्मृति दिवस पर सभी शिवसैनिकों पर दिवंगत मीनाताई ठाकरे की मां समान ममता और प्रेम की छाया है। एकनाथ शिंदे, जिन्होंने कहा कि अब तक सरकार बालासाहेब ठाकरे के विचारों पर चल रही थी, ने अब उद्धव ठाकरे की मां मिनताई ठाकरे को ममता की दूसरी देवी बताते हुए नमन किया है। इसके चलते राजनीतिक गलियारों में असमंजस की स्थिति पैदा हो गई है।
वहीं दूसरी ओर मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे शिवसेना के चुनाव चिन्ह पर दावा करने के बाद, शिवसेना के प्रतिष्ठित प्रतीक दशहरा रैली को हाईजैक करने की योजना बना रहे हैं।
इससे पहले शिंदे समूह ने शिवसेना भवन यानी छत्रपति शिवाजी महाराज पार्क के प्रांगण में दशहरा रैली आयोजित करने पर जोर दिया, जिसे उद्धव ठाकरे की भाषा में ‘शिवतीर्थ’ कहा जाता है। यह खींचतान चल ही रही थी कि राजनीतिक माहौल गरमा गया। लेकिन चूंकि शिवसेना अदालत जाने को तैयार है, अगर शिवाजी पार्क मैदान में दशहरा रैली नहीं हो सकती है, तो शिंदे समूह ने विकल्प के रूप में बीकेसी में एमएमआरडीए मैदान के लिए आवेदन किया है।
शिवाजी पार्क के संबंध में मुंबई महानगर पालिका की नीति पहले आओ-पहले पाओ की है। इस हिसाब से उद्धव ठाकरे की पार्टी, जिसने पहले आवेदन किया था, को मैदान मिल सकता है। इसलिए शर्मिंदगी से बचने के लिए शिंदे ने एमएमआरडीए मैदान का विकल्प तैयार किया है।