
गैंग्स ऑफ वासेपुर फिल्म के अभिनेता पर धोखाधड़ी का मामला दर्ज
मलाड पुलिस ने जीशान कादरी पर शालिनी चौधरी की शिकायत पर किया मामला दर्ज। शिकायतकर्ता महिला की कार धोखे से बेचने का है आरोप
योगेश पाण्डेय – संवाददाता
मुंबई – बॉलीवुड की मशहूर फिल्म ‘गैंग्स ऑफ वासेपुर’ में डेफिनेट का किरदार निभाने वाले एक्टर और स्क्रीनराइटर जीशान कादरी मुश्किलों में फंसते नजर आ रहे हैं। दरअसल जीशान के खिलाफ मुंबई के मलाड पुलिस स्टेशन में धोखाधड़ी के मामले में केस दर्ज हुआ है। जीशान पर शालिनी चौधरी नाम की एक महिला ने 26 लाख रुपए की धोखाधड़ी का आरोप लगाया है। शालिनी का आरोप है कि जीशान ने धोखे से उनकी कार चोरी की और फिर उसे बेच दिया।
शालिनी ने अपने बयान में कहा कि मैं 2017 में जीशान कादरी से मिली थी। उन्हें सोनी एंटरटेनमेंट शो, क्राइम पेट्रोल के लिए पैसे की जरूरत थी। उनकी ‘फ्राइडे टु फ्राइडे’ नाम की एक कंपनी भी है, जिसमें उनकी पार्टनर उनकी सो कॉल्ड वाइफ-फीमेल फ्रेंड प्रियंका बस्सी थीं। मैं उन्हें जानती थी, इसलिए हमने एक साथ क्राइम पेट्रोल शो किया और उसकी कंपनी के लिए ‘हलाहल’ नाम की एक फिल्म भी की थी। इससे मुझे उन पर भरोसा हुआ।
शालिनी ने आगे बताया कि जून 2021 को जीशान कादरी उनके घर आए और उनके बेटे समीर को अप्रैल नाम का एक कॉमेडी शो बनाने का ऑफर दिया। इसके साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि ये शो सब टीवी पर प्रसारित किया जाएगा। इसके बाद जीशान ने उन्हें पार्टनर बनाने की बात कही और कहा कि उनके पास कुछ पैसे की कमी है। उसके बाद उन्होंने शालिनी से कहा कि शो के लिए उन्हें काफी भागदौड़ करनी पड़ती है और उनके पास कार नहीं है।
उन्हें काम के लिए अच्छी कार की जरूरत है। इसके बाद जीशान और उनकी वाइफ ने शालिनी का भरोसा जीतकर उनकी ओडी – ए 6 कार ले ली थी, लेकिन कुछ समय बाद जीशान ने शालिनी के कॉल्स उठने करने बंद कर दिए।
शालिनी ने इस बारे में बात करते हुए बताया फिर मुझे कहीं से पता चला कि जीशान ने मेरी कार किसी को 12 लाख रुपए में बेच दी है। उसके बाद मैंने जीशान और उनकी पत्नी को कई कॉल और मैसेज किए, लेकिन उन्होंने मुझसे किसी भी तरह से कांटेक्ट नहीं किया।
शालिनी ने आगे बताया मैंने इसके बाद जीशान के खिलाफ पुलिस कंप्लेन दर्ज करवाई और जब इस बारे में मैंने उन्हें बताया तो उन्होंने मुझे जान से मारने की धमकी दी और कई लोगों से धमकी भरे फोन भी करवाए। मैंने कई बार उनके खिलाफ FIR करवाने की कोशिश की, लेकिन उनके प्रभाव के कारण FIR भी दर्ज नहीं हुई। बाद में आरटीओ के जरिए मुझे पता चला कि मेरी कार बिक चुकी है। मुझे जीशान के वकील का भी फोन आया कि मुझे मामला सुलझा लेना चाहिए, क्योंकि मुझे अब कार वापस नहीं मिलेगी। हालांकि, अब इतनी परेशानी के बाद आखिरकार मेरी FIR दर्ज हो चुकी है और मुझे भरोसा है कि मुझे न्याय जरूर मिलेगा।