
शिंदे गुट के बागियों में चुनावों का सामना करने की हिम्मत नहीं है
उद्धव ठाकरे ने शिंदे गुट पर जमकर साधा निशाना, कहा जनता को चुनावों का इंतेज़ार है
योगेश पाण्डेय – संवाददाता
मुंबई – पिछले कुछ दिनों से राज्य की सियासत में उद्धव ठाकरे और एकनाथ शिंदे गुट के बीच संघर्ष पूर्ण तनातनी चल रही है। इस बीच कल सुप्रीम कोर्ट में शिवसेना किसकी मामले की सुनवाई से पहले ही उद्धव ठाकरे ने राज्य के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे समूह के विधायकों पर जमकर निशाना साधते हुए कहा है कि विद्रोहियों में चुनाव का सामना करने की बिल्कुल भी हिम्मत नहीं है।
पिछले कुछ दिनों से कई पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं के हलफनामे आ रहे हैं। आज तुम भी लाए हो। मैं इसे हमारी जीत का पहला चरण मानता हूं। इस मौके पर मैं बस इतना ही कहना चाहता हूं कि कल सुप्रीम कोर्ट में जो कुछ भी हो, मुझे न्याय के भगवान पर पूरा भरोसा है। साथ ही लोगों की भावनाएं भी हमारे साथ हैं। जनता बस चुनाव का इंतजार कर रही है। हालांकि विद्रोहियों में चुनाव का सामना करने की हिम्मत नहीं है। जनता विद्रोहियों को सबक जरूर सिखाएगी, उद्धव ठाकरे ने कहा।
इस बीच शिवसेना किसकी मामले में सुप्रीम कोर्ट में कल सुनवाई होनी है। 7 अगस्त को मुख्य न्यायाधीश वी. एन. रमन्ना की अध्यक्षता वाली तीन सदस्यीय खंड पीठ के समक्ष सुनवाई हुई थी, पिछली सुनवाई में मुख्य न्यायाधीश ने कहा था कि अगर इस मामले पर गहन कानूनी बहस की जरूरत है तो इस मामले को व्यापक संविधान पीठ को भेजने पर विचार किया जा सकता है। इसलिए, इस मामले में संविधान पीठ की स्थापना के संबंध में अदालत के फैसले ने राजनीतिक पर्यवेक्षकों के दोनों समूहों का ध्यान आकर्षित किया है। मुख्य न्यायाधीश एन. वी. रमन्ना 26 अगस्त को सेवानिवृत्त हो रहे हैं और शिवसेना इससे पहले निर्णय की उम्मीद कर रही है।