
महाराष्ट्र टीईटी घोटाले को लेकर पूर्व मंत्री और विधायक अब्दुल सत्तार सुर्खियों में
विधायक की दोनों बेटियों के नाम भी टीईटी घोटाले में शामिल, अब्दुल सत्तार की आरोपों पर सफाई
योगेश पाण्डेय – संवाददाता
मुंबई : महाराष्ट्र राज्य परीक्षा आयोग द्वारा आयोजित शिक्षक पात्रता परीक्षा (टीईटी) घोटाले में लगे आरोपों के चलते पूर्व मंत्री और शिंदे समर्थक विधायक अब्दुल सत्तार सुर्खियों में चाल रहे हैं। टीईटी 2020 में अब्दुल सत्तार की दोनों बेटियों हिना और उज्मा के अपात्र होने का खुलासा हुआ है। ऐसे में परीक्षा परिषद ने सूची जारी कर दी है। आरोप है कि सभी अपात्र लोगों ने मामले के मुख्य आरोपी सुपे को पात्रता प्रमाणपत्र बनाने के लिए पैसे दिए। अब अब्दुल सत्तार ने इस मामले में अपने ऊपर लगे आरोपों से इनकार करते हुए दावा किया है कि यह मुझे बदनाम करने की साजिश है।
अब्दुल सत्तार ने कहा कि मेरी बेटियों ने टीईटी की परीक्षा दी, लेकिन वे योग्य नहीं थी। आज अचानक 2022 में लिस्ट आ गई। दिखाएँ कि मेरी बेटियों ने कोई परीक्षा पास की हो या इन चार वर्षों में किसी प्रकार से लाभान्वित हुई हों। सूचना के अधिकार के तहत कोई भी शिक्षा विभाग से वन-टू-वन दस्तावेज मांग सकता है। मेरी बेटी ने 2017 में मेरे संगठन में काम करना शुरू किया। उनसे पूछताछ के बाद, उन्होंने परीक्षा दी और अयोग्य घोषित कर दिया गया। मेरे पास उनका सर्टिफिकेट है। अब्दुल सत्तार ने बताया कि अगर कोई चाहे तो मैं उसकी कॉपी देने को तैयार हूं।
आरोपों का खंडन करते हुए अब्दुल सत्तार ने कहा है कि यह मुझे बदनाम करने की कोशिश की जा रही है। अगर हमारी गलती है तो मेरी बेटियों के खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए। लेकिन अगर कोई गलती नहीं हुई है, तो इन सभी आरोपों के पीछे जो शक्तियां हैं उन्हे फांसी दी जानी चाहिए। और मैं इन आरोपों की जांच की मांग करता हूं। किसी को भी इस तरह से किसी को बदनाम नहीं करना चाहिए। इस मामले में यदि कोई पूछताछ करनी है तो शिक्षा अधिकारी, उप निदेशक हैं। यदि दोनों लड़कियों के नाम पर हमारे संगठन के कार्यालय में एक भी कागज जाता है, तो हम निश्चित रूप से जिम्मेदार होंगे। लेकिन मैं गलत जानकारी देकर समाज और राजनीति को बदनाम करने की कोशिश करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग करने जा रहा हूं।
उक्त मामले में आरोप है कि उजमा और हिना ने एजेंट को टीईटी परीक्षा प्रमाणपत्र के लिए पैसे दिए। कहा जा रहा है कि राज्य के पूर्व मंत्री अब्दुल सत्तार की दोनों बेटियों के टीईटी प्रमाणपत्र रद्द कर दिए गए हैं। परीक्षा परिषद ने इस मामले में सूची की घोषणा की। इस सूची में संभाजीनगर जिले के कुछ उम्मीदवार शामिल हैं। सूची की घोषणा के बाद भ्रष्टाचार में संलिप्त उम्मीदवारों के नाम भी सामने आ गए हैं। और यह पता चला है कि इस टीईटी घोटाले में महाराष्ट्र के सिल्लोड से विधायक, पूर्व राजस्व राज्य मंत्री अब्दुल सत्तार, हीना कौसर अब्दुल सत्तार शेख और उजमा नाहिद अब्दुल सत्तार शेख की दो बेटियां भी शामिल हैं। अब्दुल सत्तार के सिल्लोड़ में सात शैक्षणिक संस्थान हैं। इन लड़कियों के बारे में भी कहा जाता था कि वे इन संस्थानों में सेवारत हैं।