
शिवसेना की मांग को मनसे का समर्थन, अमित राज ठाकरे की सरकार को नसीहत
पर्यावरण को नुकसान पहुंचा तो भविष्य में राजनीति के लिए भी कोई नहीं बचेगा, अपने फैसले पर पुनर्विचार करे नई सरकार – अमित ठाकरे
मुंबई – नई सरकार द्वारा ‘मेट्रो 3’ (कोलाबा-बांद्रा-सीप्ज़) परियोजना के लिए कार शेड के निर्माण को लेकर पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने नाराजगी जताई है। आदित्य ठाकरे ने सरकार से मुंबईकरों के साथ अन्याय न करने का भी अनुरोध किया है। खास बात यह है कि शिवसेना की इस मांग को अब मनसे का समर्थन मिल गया है। मनसे नेता राज ठाकरे के बेटे अमित ठाकरे ने भी कहा है कि आरे में कोई कार शेड नहीं होना चाहिए।
जैसे ही मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने पदभार संभाला, उन्होंने घोषणा की कि पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे को झटका देने के लिए ‘मेट्रो 3’ परियोजना का कार शेड आरे में ही स्थापित किया जाएगा। इस ऐलान के बाद उद्धव ठाकरे ने कहा कि आरे कार शेड को राजनीति से दूर रखें। इसके बावजूद शिंदे और फडणवीस ने आरे में कार शेड की भूमिका को बरकरार रखा। इसलिए अब आरे का विवाद ‘कारे’ तक जा पहुंचा है और यह विवाद आगे चलकर और भी कड़वाहट भरा होने की आशंका व्यक्ति की जा रही है। इस पृष्ठभूमि में पर्यावरणविद अब आक्रामक हो गए हैं और आरे बचाओ आंदोलन तेज कर दिया गया है।
अमित ठाकरे ने फेसबुक पर एक पोस्ट शेयर करते हुए कहा, नई सरकार का आरे जंगल में मेट्रो कार शेड बनाने का फैसला मेरे जैसे कई पर्यावरणविदों के लिए चौंकाने वाला है। आरे में एक कार शेड को रोकने के लिए सैकड़ों युवकों ने संघर्ष किया था और कुछ ने गिरफ्तारियां भी दी थी।
अमित ठाकरे ने आगे लिखा कि, हम विकास चाहते हैं, लेकिन पर्यावरण को खत्म करने की कीमत पर बिल्कुल नहीं। अगर हमारा पर्यावरण नष्ट हो गया तो भविष्य में राजनीति करने के लिए कोई इंसान नहीं बचेगा।राजनीतिक नेताओं को इसकी जानकारी होनी चाहिए। हम नए मुख्यमंत्री और नए उपमुख्यमंत्री से अनुरोध करते हैं कि वे आरे में कार शेड के संबंध में अपने निर्णय पर पुनर्विचार करें।
मेट्रो 3 परियोजना को जेआईसीए (जापान इंटरनेशनल कॉर्पोरेशन एजेंसी) द्वारा वित्त पोषित किया जा रहा है। जायका की नीति के अनुसार, संबंधित एजेंसियों को यह सुनिश्चित करना होगा कि परियोजना को लागू करते समय पर्यावरण खराब न हो। हालांकि, ‘मेट्रो 3’ प्रोजेक्ट में मुंबई को ऑक्सीजन प्रदान करने वाले आरे पर कैसे घाव किया जा रहा है। वॉचडॉग फाउंडेशन के एक ट्रस्टी गॉडफ्रे पिमेंटा ने जायका का ध्यान आकर्षित करने के लिए जायका को एक पत्र भेजा है। इस पत्र में मांग की गई है कि ‘जायका’ इस पर ध्यान दें ताकि पर्यावरण को किसी प्रकार से नुकसान न पहुंचे।