
फिरोजपुर कैंट में तैनात जवान पाक महिला अफसर को भेज रहा था सीक्रेट डॉक्यूमेंट्स, SSOC ने पकड़ा
पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी ISI की एक महिला अधिकारी भारतीय सेना के जवान को हनीट्रैप में फंसाकर गोपनीय जानकारियां ले रही थी। फिरोजपुर कैंट में तैनात इस जवान से पाकिस्तान की महिला इंटेलीजेंस ऑफिसर (PIO) सिदरा खान ने साल 2020 में सोशल नेटवर्किंग साइट पर संपर्क साधा और उसके बाद वो महिला के जाल में फंसता चला गया। पंजाब पुलिस के स्टेट स्पेशल ऑपरेशन सेल (SSOC) ने इस जवान को शनिवार को गिरफ्तार कर लिया।
पकड़े गए जवान का नाम क्रुणाल कुमार बारिया है जो गुजरात के पंचमहल जिले में दमनोद गांव का रहने वाला है। उसके पिता का नाम लक्ष्मण भाई है। पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी ISI की सिदरा खान डेढ़ साल से उससे गोपनीय जानकारियां ले रही थी। SSOC से जुड़े सूत्रों के अनुसार, क्रुणाल फेसबुक के अलावा वॉट्सऐप और दूसरी सोशल साइट्स के जरिए लगातार पाकिस्तानी खुफिया एजेंसियों के एजेंटों के संपर्क में था। हर गोपनीय जानकारी के बदले में उसे पाकिस्तानी एजेंट पैसे भी दे रहे थे। फिलहाल SSOC की टीम क्रुणाल को हिरासत में लेकर उससे पूछताछ में जुटी हैं।
IT सेल में तैनाती का उठाया फायदा
क्रुणाल भारतीय आर्मी की IT सेल में तैनात था और इसी नाते उसके पास भारतीय सेना से जुड़ी कई खुफियां जानकारियां थीं। पाक खुफियां एजेंटों ने इसी का फायदा उठाया। क्रुणाल तमाम जानकारियां वॉट्सऐप और दूसरी इनक्रिप्टेड ऐप के जरिए पाकिस्तान भेज रहा था। शुरुआती पड़ताल में क्रुणाल के मोबाइल से कई ऐसे क्लासीफाइड डॉक्यूमेंट्स मिले, जो वह पाक एजेंसियों को भेज चुका है या भेजने वाला था।
पाक महिला अफसर के पास भारत का मोबाइल नंबर
शुरुआती जांच में पता चला है कि क्रुणाल को हनीट्रैप में फंसाने वाली पाकिस्तान की महिला इंटेलीजेंस ऑफिसर सिदरा खान 3 मोबाइल नंबर इस्तेमाल करती है। इनमें से 2 नंबर पाकिस्तानी मोबाइल कंपनियों के और एक नंबर भारतीय मोबाइल कंपनियों का है।
सिदरा खान और क्रुणाल एक-दूसरे को मैसेज भेजने और कॉल करने के लिए वॉट्सऐप का ही इस्तेमाल करते थे। जवान पकड़े जाने के बाद भारतीय आर्मी भी हरकत में आ गई और इस बात का पता लगाया जा रहा है कि पाकिस्तान भेजी गई जानकारियों से भारत को कितना नुकसान हो सकता है।
जनवरी 2021 और 2019 में भी SSOC ने न्यूट्रलाइज किए 2 रैकेट
पंजाब पुलिस के स्टेट स्पेशल ऑपरेशन सेल (SSOC) ने जनवरी 2021 में भी भारतीय आर्मी के 4 जवानों को खुफिया जानकारियां पाकिस्तानी एजेंटों को भेजने के आरोप में पकड़ा था। पकड़े गए जवानों में गुरदासपुर का मनप्रीत सिंह, अमृतपाल सिंह, लवजोत सिंह और रमन कुमार शामिल था। इससे पहले 2019 में जालंधर MIS में तैनात रामकुमार नामक अधिकारी को भी SSOC की टीम ने गिरफ्तार किया था।