
महापालिका ने दिखाया 40 नर्सों को घर का रास्ता,14 महीने से कर रही थीं अस्पतालों में काम…
खड़ी हुई रोजी-रोटी की समस्या…
एसएन दुबे
कल्याण- मतलब निकल जाने के बाद केडीएमसी प्रशासन ने 40 महिला हेल्थ वर्करों को घर का रास्ता दिखा दिया है जिसको लेकर सोमवार को मनपा मुख्यालय में नर्सों का जमघट लगा हुआ था। बतादें कि कोरोना की पहली लहर में इन महिलाओं को बतौर सहायक नर्स के रूप में कंट्रेक्ट पर कल्याण मनपा के विभिन्न अस्पतालों में नियुक्त किया गया था। जून 2020 से ये सभी हेल्थ वर्कर सेवा दे रही थी। अचानक 14 महीना बाद 31 जुलाई 2021 को इन्हें काम पर आने से मना कर दिया गया। जिससे हेल्थ वर्करों में नाराजगी बनी हुई है। काम से निकाले जाने का विरोध करती हुई महिला हेल्थ वर्करों ने कहा कि बार-बार पूछने के बाद भी प्रशासन द्वारा कोई समुचित उत्तर नहीं दिया जा रहा है। वर्तमान परिस्थिति को देखते हुए हेल्थ वर्करों ने कहा कि कोरोना काल में कहां जायेंगे। हम लोगों का घर परिवार कैसे चलेगा। आक्रोशित नर्सों ने कहा कि कोरोना काल में जान पर खेलकर हम लोगों ने मरीजों की सेवा की और जब मतलब निकल गया तो हमें बाहर का रास्ता दिखाया जा रहा है। नर्सों ने मनपा प्रशासन से अनुरोध करते हुए कहा कि इस विषम परिस्थिति में यदि हम लोगों को निकाला जाता है तो हमारे सामने रोजी-रोटी की समस्या खड़ी हो जाएगी। साथ ही आज की परिस्थिति में हमें नौकरी कौन देगा।