
शिवसेना तोड़ने के बाद एकनाथ शिंदे की उद्धव ठाकरे के घर में सेंध
ठाकरे परिवार और मातोश्री के विश्वसनिय करीबी चम्पासिंह थापा का एकनाथ शिंदे को समर्थन
योगेश पाण्डेय – संवाददाता
मुंबई – शिवसेना प्रमुख स्वर्गीय बालासाहेब ठाकरे के बेहद वफादार और विश्वसनीय सेवक माने जाने वाले चंपासिंह थापा ने भी मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे से मुलाकात कर उनका समर्थन किया है। कभी मातोश्री के सदस्य के तौर पर जाने जाने वाले थापा के इस फैसले की राजनीतिक गलियारों में तरह-तरह की चर्चाएं शुरू हो गई हैं, लेकिन इसे उद्धव ठाकरे के लिए एक और बड़ा झटका माना जा रहा है। इसके साथ ही बालासाहेब के सेवक मोरेश्वर राजे ने भी इस अवसर पर मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और उनके गुट का समर्थन किया।
चंपासिंह थापा को शिवसेना प्रमुख बालासाहेब ठाकरे के बेहद वफादार सेवक के रूप में जाना जाता है। बालासाहेब पर्यटन या सभाओं के लिए राज्य भर में जाते थे। उस समय थापा साये की तरह उनके साथ खड़े रहते थे। वह बालासाहेब के स्वास्थ्य की देखभाल करते थे, उन्हें दवाइयाँ और भोजन देते थे। उन्हें मातोश्री के सदस्य के रूप में जाना जाता था। बालासाहेब की मृत्यु के बाद थापा ने स्पष्ट कर दिया था कि वह मातोश्री के साथ रहेंगे। वहीं, आज थापा ने ठाणे के टेम्भीनाका में देवी जुलूस के दौरान मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे से मुलाकात की और उन्हें अपना समर्थन दिया।
पत्रकारों के सवालों का जवाब देते हुए चंपासिंह थापा ने कहा कि हर किसी की अलग विचारधारा होती है। मैं मुख्यमंत्री शिंदे के पास आया क्योंकि मैंने दिल से महसूस किया क़ी इनकी विचारधारा बिलकुल बाळासाहेब क़ी तरह क़ी है। उद्धव ठाकरे के प्रति बमेरे मन में कुछ भी नहीं है, हम उनसे मिलते थे और अब भी मातोश्री जाकर मिलेंगे।
बालासाहेब के साथ साये की तरह रहे, चंपासिंह अब शिंदे गुट में शामिल हो गए और कहा कि वह शिवसेना प्रमुख बालासाहेब ठाकरे के विचारों और हिंदू धर्म के विचारों को आगे बढ़ा रहे हैं। आप उस गलती को सुधार रहे हैं जो 2019 में नहीं होनी चाहिए थी। जो भी बालासाहेब के विचारों को आगे बढ़ाएगा, हम हमेशा उनके साथ रहेंगे, उन्होंने अपनी शिवसेना और बालासाहेब और हिंदू धर्म विचारों का समर्थन किया है।