
जिसका कोई नहीं उसका केवल एकनाथ शिंदे, पहले आओ पहले पाओ कि राजनीती
उद्धव ठाकरे द्वारा पार्टी से निष्काषित प्रकाश पाटिल और वामन म्हात्रे को एकनाथ शिंदे गुट में बड़ी जिम्मेदारी
योगेश पाण्डेय – संवाददाता
ठाणे – शिवसेना में बगावत के बाद से ही पार्टी के बचे हुए जमीनी स्तर के कार्यकर्ताओं और पदाधिकारियों में अफरातफरी का माहौल देखने को मिल रहा है। एक ओर जहाँ उद्धव ठाकरे पार्टी विभाजन के चलते अपने कार्यकर्ताओं और पदाधिकारियों को पार्टी से बाहर का रास्ता दिखा रहे हैं वहीँ दूसरी ओर एकनाथ शिंदे उन्ही पदाधिकारियों को पहले आओ पहले पाओ कि रणनीति से पदों ओर पुनः बहाली दे रहे हैं। शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ने ठाणे जिले से कुछ नेताओं को पार्टी से निष्कासित कर दिया, लेकिन चंद घंटों के भीतर ही मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने उन्हीं नेताओं को बड़ा तोहफा दिया। ठाणे ग्रामीण जिला प्रमुख प्रकाश पाटिल ने कल मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के नेतृत्व में विश्वास दिखाते हुए गठबंधन सरकार को समर्थन देने का फैसला किया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने शिवसेना के उपनेता के रूप में उनकी नियुक्ति की घोषणा की। बीती रात तीन बजे प्रकाश पाटिल को नियुक्ति पत्र सौंपा गया।
प्रकाश पाटिल पिछले 12 वर्षों से शिवसेना ठाणे ग्रामीण जिला प्रमुख के पद पर कार्यरत थे। पाटिल ठाणे जिले के एक प्रमुख बैंक गोपीनाथ पाटिल पारसिक बैंक के उपाध्यक्ष के रूप में भी काम कर रहे थे। मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने कहा कि उनका संगठन कौशल्य निश्चित रूप से राज्य भर में पार्टी संगठन के लिए उपयोगी और सार्थक साबित होगा।
बदलापुर शहर के पूर्व महापौर व शिवसेना नेता वामन म्हात्रे को भी बदलापुर शहर प्रमुख बनाया गया है। कहा जाता है कि उनके अनुभव का लाभ शिंदे समूह को बदलापुर क्षेत्र में और मजबूती देगा।
शिवसेना के बदलापुर शहर प्रमुख वामन म्हात्रे को शिवसेना से निष्कासित कर दिया गया है। वामन म्हात्रे पर पार्टी विरोधी गतिविधियां करने का आरोप लगाते हुए उन्हें शिवसेना से निष्कासित कर दिया गया है, इसकी घोषणा शिवसेना के मुखपत्र ‘सामना’ द्वारा की गई। शिवसेना में एकनाथ शिंदे के विद्रोह के बाद, वामन म्हात्रे ने बदलापुर के सभी पूर्व नगरसेवकों को अपने साथ ले लिया और शिंदे समूह का समर्थन किया है।