
ठाणे जिले में बढ़ते लम्पी वायरस प्रकोप के चलते पशु बाजार और पशु दौड़ पर रोक
पशुपालन विभाग ने जारी किया हेल्पलाइन नंबर, लोगों को भी किया सतर्क
योगेश पाण्डेय – संवाददाता
ठाणे – अभी तक यह देखने में आया है कि ठाणे जिले में अब तक 26 जानवर लम्पी वायरस से संक्रमित हो चुके हैं। जिले में इस बीमारी को फैलने से रोकने के लिए जिले की सभी बाजार समितियों में पशु बाजार को बंद कर दिया गया है और साथ ही पशु दौड़ और प्रदर्शनियों को भी बंद करने का निर्णय लिया है। उक्त जानकारी पशुपालन विभाग द्वारा जनहित में जारी की गई है।
ठाणे जिले के शाहपुर, भिवंडी, अंबरनाथ में लम्पी रोग के 12 केंद्र बिंदु हैं और अब तक कुल 26 जानवर संक्रमित पाए गए हैं। लम्पी वायरस को फैलने से रोकने के लिए जिला पशुपालन विभाग द्वारा विभिन्न उपाय किए जा रहे हैं। इसमें प्रभावित क्षेत्र से 5 किमी के दायरे में टीकाकरण किया जा रहा है। साथ ही जिले में पांच अर्ली एक्शन टीमों का गठन किया गया है। प्रभावित क्षेत्र के 5 किमी के दायरे में कुल 7 हजार 76 जानवर हैं। इस क्षेत्र में 7 हजार नौ पशुओं का टीकाकरण किया जा चुका है। संक्रामक रोगों से प्रभावित क्षेत्र में सभी रोग के नमूने, संक्रमित पशुओं के उपचार, बीमारियों के खिलाफ टीकाकरण का शुल्क नहीं लिया जाता है और सभी सेवाएं निःशुल्क प्रदान की जा रही हैं। इस संबंध में जिले के सभी पशु चिकित्सकों को भी निर्देश दे दिए गए हैं।
पशुपालन विभाग ने हेल्पलाइन नंबर 1962 को जारी करते हुए लोगों को भ्रमित होने से भी बचने की सलाह देते हुए बताया है कि लम्पी रोग जानवरों से मनुष्यों में नहीं फैलता है। साथ ही दूध और दुग्ध उत्पादों के सेवन से इंसानों को किसी भी तरह का संक्रमण नहीं होता है। इसलिए जिला पशुपालन विभाग ने नागरिकों से घबराने की अपील की है। पशुपालन विभाग के पास बीमारी के प्रकोप को रोकने के लिए आवश्यक दवाओं और टीकों का पर्याप्त भंडार है। पशुपालन विभाग ने यह भी कहा है कि अगर किसी जानवर में गांठ जैसे लक्षण नजर आते हैं तो नजदीकी पशु चिकित्सालय में संपर्क करें या हेल्पलाइन नंबर 1962 पर संपर्क करें।