
जनता त्रस्त, प्रसाशन मौन। प्रसाशन की अनदेखी से भिवंडी वासियों का बुरा हाल
खस्ताहाल सड़कों के चलते काल्हेर – कशेली में लगातार दो दिनों से लम्बा जाम। बिजली कटौती को लेकर भी जनता त्रस्त
योगेश पाण्डेय – संवाददाता
भिवंडी – ठाणे और भिवंडी शहरों के प्रवेश द्वार पर कशेली-काल्हेर क्षेत्र में बुधवार से ट्रैफिक जाम लग रहा है और गुरुवार को भी कामोंबेश यही तस्वीर देखने को मिल रही है। 5 से 10 मिनट की दूरी के फ़ासले तय करने में आधा घंटा से 20 मिनट का समय लगने के चलते स्थानीय निवासी हैरान और परेशान नजर आ रहे हैं। इस दुविधा में स्कूली बसों के फंसने से छात्रों को भी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। साथ ही बुधवार से लगातार बिजली गुल होने के कारण स्थानीय निवासियों समेत व्यवसायिओं में भी प्रसाशन के प्रति नाराजगी देखने को मिल रही है। ठाणे समेत आसपास के जिलों में पिछले कुछ दिनों से भारी बारिश हो रही है और इससे कई हाईवे और अंदरूनी सड़कें जानलेवा गड्ढे में तब्दील हो गई हैं, इसी तरह कशेली-काल्हेर क्षेत्र में सड़कों पर बड़े-बड़े गड्ढे हो गए हैं. इस क्षेत्र में बड़ी संख्या में विभिन्न सामग्रियों के गोदाम हैं और यहां से भारी वाहनों का आवागमन होता है। इस सड़क पर गड्ढों के कारण वाहनों की गति धीमी होने के चलते दिक्कत आ रही है, साथ ही वाहनों के बंद होने या फंस जाने से दुविधा बढ़ती ही जा रही है।
पिछले कुछ वर्षों में कशेली-काल्हेर क्षेत्र का बड़े पैमाने पर शहरीकरण किया गया है। कापूरबावड़ी और काल्हेर से लोगों को रिक्शा और बसें नहीं मिल रही हैं, क्योंकि सुबह और शाम के समय रिक्शा और बसों में भीड़भाड़ रहती है। सरकार क़ि अनदेखी और लाचारी के चकते नागरिक पैदल यात्रा करने पर मजबूर हैं। यह तस्वीर इस इलाके में बुधवार और गुरुवार को सामने आई। स्कूल बसों के जाम में फंसने के कारण छात्रों को स्कूल पहुंचने में देरी हो रही है और जाम से उन्हें परेशानी भी हो रही है। साथ ही बुधवार से लगातार बिजली गुल होने से यहां के नागरिक परेशान हो गए हैं। इसलिए जनता स्थानीय प्रसाशन और राज्य सरकार से दुविधा के साथ-साथ बिजली की समस्या के समाधान की मांग कर रही है।