
भाजपा विधायक का शिवसेना प्रमुख पर गंभीर आरोप
1993 बम धमाके के आरोपी याकूब मेमन को उद्धव सरकार द्वारा सम्मान क्यों ? राम कदम के आरोप के बाद हटाई गई लाइट
योगेश पाण्डेय – संवाददाता
मुंबई – 1993 मुंबई ब्लास्ट के दोषी रहे याकूब मेमन की कब्र को लेकर महाराष्ट्र में सियासी लड़ाई शुरू हो गई है। भाजपा ने आरोप लगाया है कि उद्धव सरकार के कार्यकाल में कब्र के चारों ओर मार्बल और लाइट्स लगाई गईं। भाजपा नेता राम कदम ने सोशल मीडिया पर इसकी तस्वीरें भी जारी की हैं। हालांकि, राम कदम के सवाल उठाए जाने के बाद मुंबई पुलिस ने कब्र से LED लाइट हटवा दिया है।
भाजपा विधायक राम कदम ने सोशल मीडिया पर पोस्ट लिखकर कहा कि गुनहगार याकूब की कब्र को क्यों सजाया गया है? जो शख्स सैकड़ों लोगों की मौत का जिम्मेदार था, उसकी कब्र को इतना सम्मान क्यों दिया जा रहा है? याकूब मेमन 1993 बम ब्लास्ट का दोषी रहा है और उसे सुप्रीम कोर्ट ने फांसी की सजा सुनाई थी।
आमतौर पर किसी कब्र की खुदाई 18 महीने बाद कर दी जाती है, लेकिन याकूब की कब्र की खुदाई 5 साल बाद भी नहीं हुई। याकूब की कब्र को लेकर पहले भी सवाल उठते रहे हैं। याकूब के चचेरे भाई मोहम्मद अब्दुल रऊफ मेमन ने 2020 में एलटी मार्ग पुलिस में शिकायत दर्ज कराई थी। रऊफ ने आरोप लगाया गया था कि ट्रस्टियों ने कब्रिस्तान के याकूब मेमन की कब्रगाह को 5 लाख रुपये में बेचा था।
1993 मुंबई बम ब्लास्ट का दोषी याकूब मेमन पेशे से चार्टर्ड अकाउंटेंट था। वह धमाकों की साजिश में भी शामिल था। CBI चार्जशीट के मुताबिक याकूब दाउद इब्राहिम और टाइगर मेमन के आतंकी संगठन के फाइनेंस का काम देखता था। CBI ने 1994 में याकूब को नई दिल्ली रेलवे स्टेशन से गिरफ्तार किया था।
2013 में सुप्रीम कोर्ट ने याकूब मेमन को दोषी ठहराते हुए फांसी की सजा सुनाई, जिसके बाद 2015 में नागपुर जेल में याकूब को फांसी दी गई।
मुंबई में 12 मार्च 1993 को भीड़ भरी 12 जगहों पर हुए बम ब्लास्ट में 257 लोग मारे गए और 700 से अधिक घायल हो गए थे। बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज की 28 मंजिला इमारत की बेसमैंट में भी ब्लास्ट हुआ था। इसमें 50 लोग मारे गए थे।