
अगले सप्ताह तक महंगा हो जाएगा रिक्शा और टैक्सी का सफर
ऑटोरिक्शा किराए में 3 तो टैक्सी किराए में 5 रुपए तक कि बढ़ोत्तरी का अनुमान। सीएनजी की बढ़ती कीमतों का हवाला
योगेश पाण्डेय – संवाददाता
मुंबई : पुणे में रिक्शा किराए में बढ़ोत्तरी के बाद, अब ऑटोरिक्शा और टैक्सी के किराए में वृद्धि मुंबई में भी अपरिहार्य मानी जा रही है। इस संबंध में निर्णय की घोषणा अगले सप्ताह के भीतर की जा सकती है। ऐसे में अनुमान है कि ऑटोरिक्शा और टैक्सियों का सफर 3 से 5 रुपए महंगा हो जाएगा। इस संबंध में रिक्शा और टैक्सी चालकों के संघों द्वारा मुंबई महानगर क्षेत्र परिवहन प्राधिकरण को एक प्रस्ताव प्रस्तुत किया जाएगा। अगर इस प्रस्ताव को मंजूरी मिल जाती है तो रिक्शा और टैक्सियों से यात्रा करने वालों की जेब पर भारी असर पड़ने की संभावना है।
रिक्शा संघों से मिली जानकारी के अनुसार अगले एक सप्ताह के भीतर इस प्रस्ताव को मंजूरी मिल जाएगी| वर्तमान में ऑटो रिक्शा का न्यूनतम किराया 21 रुपये है, जो किराए में वृद्धि के बाद वृद्धि न्यूनतम किराया 24 रुपये हो जाएगा। तो टैक्सी का किराया 4 से 5 रुपये बढ़ जाएगा। इस बढ़ोतरी का मुख्य कारण सीएनजी की कीमतों में लगातार हो रही बढ़ोतरी को माना जा रहा है। पिछले कुछ दिनों में सीएनजी की कीमत 49.40 रुपये से बढ़कर 80 रुपये प्रति किलो हो गई है। इसलिए ऑटोरिक्शा और टैक्सी चालक किराया बढ़ाने की मांग कर रहे हैं। इससे पहले मार्च 2021 में रिक्शा और टैक्सी के किराए में बढ़ोतरी की गई थी।
क्षेत्रीय परिवहन प्राधिकरण में रिक्शा के किराए में वृद्धि ने पुणे में रिक्शा का किराया बढ़ाने का एक महत्वपूर्ण निर्णय लिया था। इस फैसले के मुताबिक अब नागरिकों को पहले डेढ़ किलोमीटर के लिए 25 रुपये और उसके बाद प्रति किलोमीटर के लिए 17 रुपये देने होंगे। सीएनजी की दर पिछले 4 महीनों से लगातार बढ़ रही है। इस स्थिति से रिक्शाचालक और मालिक नाराज हो गए। सीएनजी की कीमतों में बढ़ोतरी के साथ रिक्शा चालकों की आय में भी कमी देखी जा रही है। तो अब रिक्शा वाले सोच रहे थे कि घर कैसे चलाया जाए। इसी पृष्ठभूमि में किराया बढ़ाया गया।
इस साल अप्रैल से अगस्त तक सीएनजी की दरों में 28.80 रुपये की बढ़ोतरी हुई है। पुणे में करीब 90 हजार रिक्शा चलते हैं। इनमें से करीब 40 फीसदी नए रिक्शा हैं। सुप्रीम कोर्ट ने प्रदूषण को रोकने के लिए सीएनजी को अनिवार्य कर दिया, तदनुसार रिक्शा चालकों के पास सीएनजी पर रिक्शा चलाने के अलावा और कोई विकल्प नहीं बचा था। रिक्शा चालकों को सीएनजी 91 रुपये प्रति किलो मिल रही है। इससे रिक्शा चालक खासा प्रभावित हुए हैं।