
ठाणे के आदिवासी क्षेत्रों के लिए राज्य सरकार द्वारा मोबाइल स्वास्थ्य केंद्र की शुरुआत
ठाणे के आदिवासी क्षेत्रों में निर्धारित दिन और समय पर उपचार मुहैया कराई जाएगी। वातानुकूलित और आधुनिक सुविधाओं से लैस है मोबाइल स्वास्थ्य केंद्र। मुख्यमंत्री ने किया उद्घाटन
योगेश पाण्डेय – संवाददाता
ठाणे – ठाणे का येउर क्षेत्र जो संजय गांधी राष्ट्रीय उद्यान का हिस्सा होने के साथ साथ ठाणे के श्रीनगर क्षेत्र का भी अहम हिस्सा है। ठाणे महानगर पालिका द्वारा येउर क्षेत्र में आदिवासि ग्रामीणों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं प्रदान करने के उद्देश्य से एक मोबाइल स्वास्थ्य केंद्र शुरू किया है। इस मोबाइल स्वास्थ्य केंद्र के माध्यम से नागरिकों की प्राथमिक स्वास्थ्य सुविधा सहित विभिन्न जांच, उपचार और टीकाकरण किया जाएगा। इसके अलावा दुर्घटना या सर्पदंश की स्थिति में भी व्यक्ति का यहां इलाज किया जा सकेगा। सप्ताह के निर्धारित दिन पर इस केंद्र का वाहन संबंधित क्षेत्रों में जाकर नि:शुल्क स्वास्थ्य सुविधाएं मुहैया कराएगा।
ठाणे महानगर पालिका क्षेत्र की आबादी लगभग 26 लाख तक पहुंच गई है, जिनमें 52 प्रतिशत आबादी झुग्गी झोपड़ियों और चाल में रहते हैं। स्वास्थ्य मानदंडों के अनुसार, प्रत्येक 30,000 से 40,000 की आबादी पर एक स्वास्थ्य केंद्र होना अनिवार्य किया गया है, लेकिन ठाणे में एक से डेढ़ लाख की आबादी का बोझ केवल एक स्वास्थ्य केंद्र पर पड़ता है। ठाणे में मौजूदा 27 स्वास्थ्य केंद्रों का दबाव कम करने के लिए महानगर पालिका ने शहर में 50 स्थानों पर अपने औषधालय कार्यक्रम को लागू करने का निर्णय लिया था। इसी के तहत महानगर पालिका ने ‘सम्माननीय बालासाहेब ठाकरे आप दवाखाना’ योजना के तहत शहर के विभिन्न स्थानों पर क्लीनिक शुरू किए हैं।
इसके जरिए नागरिकों को मुफ्त स्वास्थ्य सुविधाएं मिल रही हैं। हालांकि, चूंकि शहर के आदिवासी क्षेत्रों में ऐसी स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध नहीं हैं, जिसके चलते नागरिकों को शहर आना पड़ता है। कई बार, तत्काल स्वास्थ्य देखभाल सुविधाओं की अनुपलब्धता के कारण नागरिकों को अपनी जान भी गंवानी पड़ती है। जा सकती है। इस पृष्ठभूमि पर ठाणे महानगर पालिका आयुक्त डॉ.बिपिन शर्मा के नेतृत्व में स्वास्थ्य विभाग के उपायुक्त और उनके अन्य सहकरियों के सहयोग से विशेष कर आदिवासी इलाकों में मोबाइल स्वास्थ्य केंद्र शुरू करने की योजना बनाई, जिसका उद्घाटन राज्य के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे द्वारा शुक्रवार को किया गया है।
येउर क्षेत्र, जो संजय गांधी राष्ट्रीय उद्यान का एक हिस्सा है, और ठाणे महानगर पालिका की सीमा के अंतर्गत भी आता है और यहां 18 आदिवासी इलाके हैं। इनमें येउर गांव, वायु सेना, भिंडीपाड़ा, रोनाचा पाड़ा, नरलीपाड़ा, आश्रम परिसर, पाटोनपाड़ा, जम्भुलपाड़ा, वनिचा पाड़ा, पछवड़पाड़ा, बोरुवडेपाड़ा, देवीचा पाड़ा, टक्कर पाड़ा, पंखांडा, बामनोलीपाड़ा, नवपाड़ा, काशीलीपाड़ा, अवचितपाड़ा शामिल हैं। इसके अलावा, ठाणे शहर के श्रीनगर क्षेत्र में भी दो आदिवासी इलाके हैं जिनका नाम कैलासपाड़ा और जूना गांव है। येउर और श्रीनगर क्षेत्र के 20 आदिवासी इलाकों में कुल 2 हजार 988 घर हैं और यहां की आबादी लगभग 13 हजार के करीब है। महानगर पालिका का मोबाइल स्वास्थ्य केंद्र इन इलाकों में जाकर स्वास्थ्य सुविधाएं मुहैया कराएगा। महानगर पालिका ने योजना बनाई है कि स्वास्थ्य केंद्र का वाहन किस दिन किस इलाके पर पहुंचेगा और इस वाहन के अनुसार सुबह 9.30 बजे से शाम 4.30 बजे तक निर्धारित इलाकों में स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएंगी।
इन सुविधाओं में प्राथमिक स्वास्थ्य जांच, गर्भवती महिलाओं की जांच, बच्चों का टीकाकरण, ज़ख्मों की ड्रेसिंग, सांप के काटने पर प्राथमिक उपचार और अन्य स्वास्थ्य जांच और उपचार सुविधाएं मोबाइल स्वास्थ्य केंद्र के माध्यम से प्रदान की जाएंगी। यह मोबाइल केंद्र पूरी तरह वातानुकूलित है, साथ ही इन वाहनों में वेंटिलेटर की सुविधा भी उपलब्ध है। इसलिए, दुर्घटना में घायल व्यक्ति को प्राथमिक उपचार के बाद अस्पताल में भर्ती करना संभव होगा।