
यात्रियों की समस्याओं को लेकर राकांपा विधायक की रेल प्रशासन को कड़ी चेतावनी
जितेंद्र आव्हाड का कलवा और मुंब्रा स्टेशनों पर ऐसी की बजाय साधारण ट्रेनों के फेरे बढ़ाने की मांग, वर्ना विरोध की चेतावनी
योगेश पाण्डेय – संवाददाता
ठाणे – मध्य रेलवे की उपनगरीय लोकल सेवाओं के फेरे कम हैं, जिसके चलते कलवा, मुंब्रा रेलवे स्टेशन से यात्री भीड़भाड़ वाले समय में पहले से ही भरकर आने वाली ट्रेनों में नहीं चढ़ पा रहे हैं। रेल प्रशासन को इस समस्या पर गौर करना चाहिए, नहीं तो हम विरोध करने के लिए स्वतंत्र हैं। राकांपा विधायक जितेंद्र आव्हाड ने रेल प्रशासन को कड़े शब्दों में यह चेतावनी दी है।
ठाणे, डोंबिवली, कल्याण, कर्जत और कसारा क्षेत्रों से लाखों यात्री उपनगरीय ट्रेनों में काम के लिए मुंबई की ओर आते हैं। ठाणे से दिवा तक पांचवीं और छठी लाइन के उद्घाटन के बाद रेल प्रशासन ने चरणबद्ध तरीके से इस लाइन पर वातानुकूलित ट्रेनों की संख्या बढ़ाकर 56 कर दी थी। इनमें से अधिकांश साधारण उपनगरीय ट्रेनें रद्द कर दी गई हैं और उनकी जगह वातानुकूलित ट्रेनों ने ले ली है। शुक्रवार को इसमें 10 और राउंड की बढ़ोतरी का ऐलान किया गया है। कलवा रेलवे स्टेशन पर सुबह के समय यात्री ट्रेनों में नहीं चढ़ पा रहे हैं। इसलिए कलवा के यात्री उस ट्रेन में यात्रा कर रहे थे जो कलवा कारशेड से ठाणे कीओर निकली थी। लेकिन इस ट्रेन को भी रद्द कर दिया गया है और इसकी जगह एक वातानुकूलित ट्रेन चलाई गई है। जिसके विरोध में शुक्रवार को कुछ यात्रियों ने आक्रामक रुख अख्तियार करते हुए ट्रेन रोककर अपना विरोध प्रकट किया था।
उसके बाद अब राकांपा विधायक जितेंद्र आव्हाड ने भी ट्विटर पर संदेश भेजकर रेलवे प्रशासन को कड़ी चेतावनी दी है। मध्य रेलवे की यात्रा कम होने से कलवा, मुंब्रा के यात्रियों को परेशानी होती है। जितनी ट्रेनें आती हैं, वे सभी पहले से ही भरीभूई होती हैं। ऐसे में ये यात्री ट्रेन में नहीं चढ़ पाते है। कलवा, मुंब्रा स्टेशनों पर नए प्लेटफॉर्म तीन और चार का निर्माण किया गया है जबकि यह भी किसी काम का नहीं है। हादसे भी बढ़ रहे हैं प्रशासन को इस ओर ध्यान देने की जरूरत है। नहीं तो हम विरोध करने के लिए स्वतंत्र हैं। यह बात जितेंद्र आव्हाड ने एक ट्वीट में कही।