
ठाणे महानगर पालिका के सहायक आयुक्त को कारण बताओ नोटिस जारी
12 अगस्त को जारी विभागीय ट्रांसफर ऑर्डर की अवमानना का मामला। 24 घंटे के भीतर जवाब नहीं मिलने पर अनुशासनात्मक कार्यवाही
योगेश पाण्डेय – संवाददाता
ठाणे – राज्य में स्थापित शिंदे – फडणवीस सरकार ने आगामी महानगर पालिका चुनावों की पृषठभूमि पर बड़े पैमाने पर महानगर पालिकाओं में अधिकारियों के तबादले किए हैं। इन्हीं तबादलों में एक नाम ठाणे के कलवा प्रभाग समिति के सहायक आयुक्त समीर जाधव का है जिनका स्थानान्तरण कलवा से वर्तक नगर प्रभाग समिति में कर दिया गया था। लेकिन समीर जाधव ने अभी तक अपने नए प्रभाग में अपनी उपस्थिति दर्ज नहीं कराई है। इससे नाराज ठाणे महानगर पालिका के अतिरिक्त आयुक्त संजय हेरवड़े ने समीर जाधव को कारण बताओ नोटिस जारी कर अगले चौबीस घंटे के भीतर अपनी अनुपस्थिति के कारणों का खुलासा करने का आदेश दिया है और चेतावनी दी है कि अगर इस अवधि के भीतर संतोषजनक खुलासा नहीं होने पर अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी। इसलिए ऐसा माना जा राह है कि वरिष्ठों द्वारा जारी किए गए स्थानांतरण आदेशों की अनदेखी की कीमत जाधव को चुकानी पड़ सकती है।
ठाणे शहर में एक बार फिर से अवैध निर्माण जोरों पर चाल रहा है। इन अवैध निर्माणों के चलते ठाणे महानगर पालिका की कड़ी आलोचना हो रही है। इस बीच महानगर पालिका प्रशासन ने सहायक आयुक्त के अधीन तबादले किए हैं, वर्तकनगर प्रभाग समिति के सहायक आयुक्त सचिन बोरसे को वागले प्रभाग समिति में स्थानांतरित किया गया है और इसके अलावा उन्हें लाइसेंस विभाग, क्लस्टर सेल का अतिरिक्त प्रभार भी प्रदान किया गया है। इसलिए कलवा प्रभाग समिति के सहायक आयुक्त समीर जाधव का तबादला वर्तकनगर प्रभाग समिति में कर दिया गया है। उन्हें चुनाव विभाग का अतिरिक्त प्रभार भी दिया गया है। ठाणे महानगर पालिका में स्थानांतरित सहायक आयुक्त सुबोध ठाणेकर को कलवा प्रभाग समिति दी गई है। महानगर अपर आयुक्त संजय हेरवड़े ने आदेश दिया है कि इन सहायक आयुक्तों को तत्काल अतिरिक्त प्रभार सौंपे गए विभागों का कार्यभार ग्रहण कर उसकी अनुपालन रिपोर्ट प्रस्तुत करें।
इन तबादलों के आदेश 12 अगस्त को जारी किए गए थे। लेकिन समीर जाधव ने अभी तक स्थानांतरित स्थान यानी वर्तकनगर प्रभाग कमेटी का प्रभार नहीं संभाला है। यही कारण है कि अतिरिक्त आयुक्त हेरवड़े ने जाधव को कारण बताओ नोटिस जारी किया है। यह इंगित किया गया है कि स्थानांतरण के आदेश के अनुसार कार्यभार ग्रहण करने के बाद अनुपालन रिपोर्ट प्रस्तुत नहीं की गई है। इस प्रकार हमने अपने वरिष्ठों के आदेशों की अवहेलना की है। साथ ही हेरवडे ने नोटिस में कहा कि यह कार्रवाई सेवा शर्तों का गंभीर उल्लंघन और कार्यालय अनुशासन की अवमानना है, साथ ही नोटिस मिलने के 24 घंटे के अंदर इस संबंध में खुलासा करना अनिवार्य होगा। उन्होंने यह भी चेतावनी दी है कि निर्धारित अवधि के भीतर संतोषजनक खुलासा नहीं करने पर उनके खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी।