
भाजपा नेता के ट्विट से विपक्ष में मची खलबली, अगला निशाना कौन ?
मोहित कांबोज ने ट्विट कर सरकार से सिंचाई घोटाले की जांच की मांग की, क्या बढ़ सकती हैं अजित पवार की मुश्किलें
योगेश पाण्डेय – संवाददाता
मुंबई : भाजपा नेता मोहित कंबोज द्वारा महा विकास आघाड़ी की गठबंधन सरकार के दौरान हुए सिंचाई घोटाले की जांच की मांग के बाद महाराष्ट्र में सियासी माहौल पारा चढ़ गया है। चर्चाएं शुरू हो गई हैं कि इस मामले में विपक्ष के नेता अजित पवार की मुश्किलें बढ़ सकती हैं, क्योंकि मोहित कंबोज के सारे ट्वीट्स अजीत पवार पर ही केंद्रित है। मविआ गठबंधन सरकार में अजित पवार जल संसाधन मंत्री थे, इस कार्यकाल में अजीत पवार पर सिंचाई परियोजनाओं का ठेका देते हुए हजारों करोड़ की हेराफेरी का आरोप लगा था। हालांकि, जब 2019 में अजीत पवार और देवेंद्र फडणवीस की 80 घंटे की सरकार बनी तो भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (ACB) ने सिंचाई घोटाला मामले को बंद कर दिया था। लेकिन अब मोहित कंबोज के ट्वीट के बाद इस मामले के दोबारा खुलने की पूरी संभावना है। देवेंद्र फडणवीस के चहेते और बीजेपी के अहम नेताओं में से एक प्रवीण दरेकर ने इसके सीधे संकेत भी दिए हैं। हालांकि दरेकर ने सीधे तौर पर अजीत पवार का नाम नहीं लिया, लेकिन उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र के सभी लोग जानते हैं कि वह नेता कौन है। इसलिए कहा जा रहा है कि अजित पवार के खिलाफ कार्रवाई किए जाने की प्रबल संभावनाएं हैं।
प्रवीण दरेकर ने बुधवार को इस संबंध में मीडिया से बात की। इस दौरान प्रवीण दरेकर से मोहित कंबोज के ट्वीट के बारे में पूछा गया। दरेकर ने कहा कि अगर कोई नागरिक ट्वीट करता है तो इस तरह का हंगामा करने की कोई वजह नहीं है। शिवसेना, एनसीपी और कांग्रेस के नेता भी सोशल मीडिया पर हमारी आलोचना करते हैं। इसलिए हम अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता की रक्षा करते हैं और कुछ नहीं कहते हैं। तो अब मोहित कंबोज का ट्वीट भी किसी के लिए चिंता की वजह नहीं है। अगर हम निर्दोष हैं तो ऐसे ट्वीट्स को गंभीरता से लेने का कोई कारण नहीं है अगर इसमें हमारी गलती नहीं है। प्रवीण दरेकर ने कहा कि हर लोकतांत्रिक व्यक्ति को जांच की मांग करने का अधिकार है।
दरेकर से पूछा गया कि क्या वह सिंचाई घोटाले की जांच दोबारा शुरू करेंगे। तब दरेकर ने कहा कि पिछली सरकार में भी बंद पड़े मामलों को दोबारा खोलकर जांच की गई। इसलिए सिंचाई घोटाले की भी जांच की मांग की जाएगी। एक जनप्रतिनिधि होने के नाते यह हमारी जिम्मेदारी है कि मीडिया में जो मामला सामने आया है, अगर किसी ने शंका जताई है तो उसे न्याय दिलाएं। इसी जिम्मेदारी की भावना के साथ हम सिंचाई घोटाले के विषय पर बात करेंगे। सिंचाई घोटाले की जांच किसी एक व्यक्ति के खिलाफ नहीं है। दरेकर ने कहा कि इस मामले की गंभीरता को ध्यान में रखने की जरूरत है।
ऐसे में अब सबका ध्यान इस बात पर है कि क्या शिंदे-फडणवीस सरकार सिंचाई घोटाले की नए सिरे से जांच का आदेश देगी।
मोहित कंबोज ने एक बार फिर ट्वीट्स का सिलसिला शुरू कर दिया है। इसके जरिए मोहित कम्बोज ने संकेत दिया है कि राज्य के एक और बड़े नेता के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। कम्बोज जल्द ही प्रेस कांफ्रेंस करेंगे और इस संबंध में जानकारी देंगे, हालांकि उससे पहले मोहित कंबोज सोशल मीडिया पर दमदार माहौल बनाते नजर आ रहे हैं। ट्वीट में कम्बोज ने अनिल देशमुख, नवाब मलिक, संजय पांडे, संजय राउत के नाम लिखे हैं। उसके बाद कम्बोज ने पांचवीं सीट खाली छोड़ दी है। मोहित कम्बोज ने संकेत दिया है कि जल्द ही यहां एक नेता की जरूरत होगी। ऐसे में अब लोगों का ध्यान इस बात पर है कि राज्य में किस नेता पर कार्रवाई होगी।