
महाराष्ट्र विधानसभा का सत्र शुरू, बागी विधायकों के खिलाफ शिवसेना कि नारेबाजी
आदित्य ठाकरे की प्रकाश सुर्वे और संतोष बांगर पर कड़ी नाराजगी। कहा मुख्यमंत्री के कंट्रोल में नहीं हैं विधायक, ज्यादा दिन तक नहीं चलेगी सरकार
योगेश पाण्डेय – संवाददाता
मुंबई – राज्य की तत्कालीन महाविकास आघाड़ी सरकार के सत्ता हस्तांतरण के बाद विधानसभा का पहला सत्र आज से शुरू हो गया है। मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली नई सरकार विधानसभा सत्र में एक कड़ी चुनौती का सामना करेगी। सत्र के पहले ही दिन विपक्ष आक्रामक हो गया और विधान भवन की सीढ़ियों पर जमकर नारेबाजी की गई। विपक्ष ने शिंदे गुट के सत्ताधारी विधायकों पर निशाना साधते हुए 50 करोड़ में बिके विधायक हाय हाय के नारे लगाए। इस बीच आदित्य ठाकरे ने मीडिया से बात करते हुए दावा किया है कि यह सरकार ज्यादा समय तक टिक नहीं पाएगी।
शिवसेना विधायक आदित्य ठाकरे ने भी विधान भवन की सीढ़ियों पर शिंदे गुट के विधायकों के खिलाफ की गई इस घोषणा बाजी में हिस्सा लिया। एक पोस्टर में यह कहते हुए निशाना साधा गया कि राज्य में मौजूदा सरकार विश्वासघात करके आई है। इस समय आदित्य ठाकरे ने कहा कि हम देशद्रोही सरकार का विरोध कर रहे हैं। आदित्य ठाकरे ने दावा करते हुए कहा कि हम लोकतंत्र की हत्या करने वालों के खिलाफ खड़े हैं, यह देशद्रोही सरकार जल्द ही गिर जाएगी, साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि यह सरकार एक असंवैधानिक, अवैध और बेईमान सरकार है और निश्चित रूप से इसका गिरना तय है।
प्रकाश सुर्वे और संतोष बांगर की असंवैधानिक कार्यप्रणाली और धमकाने वाले बयान पर आदित्य ठाकरे ने जमकर निशाना साधा। महाराष्ट्र की सांस्कृतिक राजनीति में गुंडागर्दी की भाषा पहले कभी इस्तेमाल नहीं की गई थी। क्या यह भाषा उस नई पार्टी में स्वीकार्य है जिसमें वह शामिल होना चाहते हैं? आदित्य ठाकरे ने शिंदे गुट के विधायकों पर सवाल उठाते हुए कहा। आदित्य ने कहा कि गुंडागर्दी की भाषा का इस्तेमाल सिर्फ इसलिए किया जा रहा है क्योंकि मुख्यमंत्री या असली मुख्यमंत्री का इनपर कोई नियंत्रण नहीं है।
मैं कोई इस्तीफा नहीं मांगूंगा, लेकिन जनता को स्थिति जरूर दिखाऊंगा। उन्होंने आलोचना की कि यह गैंगस्टरों की भाषा है और गैंगस्टरों की महाराष्ट्र में कोई जगह नहीं है। उन्होंने यह भी कहा कि अगर जनता को धमकाने वाले विधायक ऐसे ही खुलेआम घूमेंगे तो राज्य में कानून-व्यवस्था की क्या स्थिति होगी इसका अंदाजा लगाया जा सकता है।
उन्होंने कहा उनकी रणनीति इस तरह के ट्वीट कर विपक्षी पार्टी को बदनाम करने और दबाने की कोशिश है। लेकिन विपक्ष ऐसी किसी बात से नहीं डरेगा। राकांपा नेता धनंजय मुंडे ने इस अवसर पर कहा की महाविकास अघाड़ी किसानों के अधिकारों के लिए एकजुट होकर आंदोलन कर रहे हैं।