
रविवार से पहले हो सकता है शिंदे सरकार का कैबिनेट विस्तार
भाजपा गुट से 21, शिंदे गुट के 12 और 2 अन्य सहयोगी दलों से मंत्री मनाए जाएंगे। गृह, वित्त और राजस्व भाजपा के पास रहेगा
योगेश पाण्डेय – संवाददाता
मुंबई – मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे महाराष्ट्र में 7 अगस्त से पहले अपनी कैबिनेट का विस्तार कर सकते हैं। सूत्रों के मुताबिक, भाजपा और शिंदे गुट में मंत्रियों की संख्या और विभागों को लेकर सहमति बन गई है। मंत्रिमंडल में 35 सदस्य शामिल होंगे। इस तरह सरकार में शिंदे खेमें को 40% हिस्सेदारी मिल सकती है।
मंत्रिमंडल में भाजपा कोटे से 21 मंत्री कैबिनेट में शामिल हो सकते हैं, जबकि शिंदे गुट को 12 मंत्री पद मिल सकते हैं। 2 मंत्री पद अन्य छोटे सहयोगी दलों को मिलेेगे। बता दें कि 30 जून को एकनाथ शिंदे ने महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री पद की शपथ ली थी।
सूत्रों के हवाले से मिली जानकारी की माने तो कैबिनेट के साथ-साथ विभागों के बंटवारे पर भी सहमति बन गई है। भाजपा गृह, वित्त और राजस्व जैसे बड़े विभाग अपने पास रख सकती है, जबकि शहरी विकास और पथ निर्माण विभाग शिवसेना के शिंदे गुट को दिया जा सकता है। शिवसेना के दीपक केसकर ने बताया कि मंत्रिमंडल को लेकर सब कुछ फाइनल हो चुका है। इस हफ्ते कभी भी नए मंत्रियों का शपथग्रहण हो सकता है।
मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे समेत उनके गुट के 16 विधायकों की सदस्यता रद्द करने का मामला सुप्रीम कोर्ट में है। इस पर लगातार सुनवाई चल रही है। हालांकि गुरुवार को हुई सुनवाई के दौरान मामले को सोमवार तक के लिए टाल दिया गया है। इसलिए कैबिनेट विस्तार अब तक टाला जा रहा है। भाजपा और शिंदे गुट में मंत्रियों की संख्या के साथ ही पोर्टफोलियो को लेकर अब तक बात नहीं बन पा रही थी। केंद्र में भी शिंदे गुट को हिस्सेदारी चाहिए था इसलिए मामला अभी तक अटका हुआ था।
भाजपा से पाटिल-महाजन तो शिंदे कैंप से केसकर-गोगावले रेस में भाजपा से मंत्री बनने की रेस में चंद्रकांत पाटिल, सुधीर मुनगंटीवार और गिरीश महाजन सबसे आगे है। वहीं, शिंदे कैंप से दीपक केसकर और भारत गोगावले मंत्री बनाए जा सकते हैं।
संभावित मंत्री पद पाने वालों में भाजपा से चंद्रकांत पाटिल, सुधीर मुंगंटीवार, गिरीश महाजन, आशीष शेलार, प्रवीण देशमुख, चंद्रशेखर बावनकुले, विजय कुमार देशमुख, गणेश नाईक, राधाकृष्ण विखेपाटिल, संभाजी पाटिल निलांगेकर, मंगल प्रभात लोढ़ा, संजय कुंटे, रविन्द्र चव्हाण, डॉ.अशोक उड़ाके, सुरेश खाड़े, जयकुमार रावल, अतुल सावे, देवयानी फरांदे, रणधीर सावरकर, माधुरी मिसाल और सुभाष देशमुख के नाम शामिल हैं।
वहीं शिंदे खेमे से दीपक केसरकर, गुलाब राव पाटिल, उदय सामंत, दादा भूसे, प्रताप सरनाईक, सदा सार्वनकर,बच्चू कडू, संभुराज देसाई, अब्दुल सत्तार, संदीपन भुमारे, संजय शिरसाट और भारत गोगवाले के नाम प्रमुख हैं।
30 जून को मुख्यमंत्री बनने के बाद एकनाथ शिंदे अब तक 35 दिन में 6 बार दिल्ली का दौरा कर चुके हैं। इस दौरान वे शिवसेना पर भी दावा ठोकने के लिए चुनाव आयोग और लोकसभा स्पीकर के पास गए थे। वहीं कैबिनेट विस्तार समेत कई मुद्दों पर चर्चा के लिए भाजपा हाईकमान से मिले।