
शिंदे – फडणवीस सरकार में मनसे की एंट्री
कैबिनेट विस्तार में राजू पाटिल को मिल सकता है मंत्री पद, मनपा चुनाव के मद्देनजर ठाणे को साधने का प्रयास
योगेश पाण्डेय – संवाददाता
मुंबई : शिंदे-फडणवीस सरकार के विधानसभा में अविश्वास प्रस्ताव जीतने के बाद अब राज्य में संभावित कैबिनेट विस्तार की बात चल रही है। इस कैबिनेट में शिंदे गुट और बीजेपी के किन नेताओं को सीट मिलेगी और किसे हिसाब मिलेगा, इसको लेकर कई राजनीतिक थ्योरी पर काम किया जा रहा है। ऐसा ही एक नया सिद्धांत पिछले दो दिनों से राजनीतिक गलियारों में चर्चा का विषय बना हुआ है। ऐसे में चर्चा है कि महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (मनसे) के इकलौते विधायक राजू पाटिल को शिंदे-फडणवीस सरकार में जगह मिलेगी।
ऐसा ठाणे जिले और महानगर पालिका चुनावों में राजनीतिक समीकरणों की वजह से बताया जा रहा है। हाल ही में विधानसभा के विशेष सत्र में अपने भाषण में देवेंद्र फडणवीस ने मनसे प्रमुख राज ठाकरे को सार्वजनिक रूप से धन्यवाद दिया था। मनसे के राजू पाटिल ने विधानसभा अध्यक्ष चुनाव और विश्वास प्रस्ताव के दौरान भाजपा के पक्ष में अपना वोट दिया था। इसलिए ज्ञात है कि अब भाजपा कोटे से विधायक राजू पाटिल को मंत्री पद देने के लिए आंदोलनत्मक प्रक्रिया चल रही है।
मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे जब शिवसेना में थे, तब ठाणे में मनसे नेता अविनाश जाधव के साथ उनका अंतरिम संघर्ष किसी से छिपा नहीं रहा। अविनाश जाधव ने एकनाथ शिंदे के खिलाफ आक्रामक रुख अख्तियार किया था। हालांकि, अब जब एकनाथ शिंदे भाजपा में शामिल हो गए हैं, तो महाराष्ट्र में राजनीतिक समीकरण पूरी तरह से बदल गए हैं।
हाल के दिनों में मनसे प्रमुख राज ठाकरे को आक्रामक हिंदुत्व के एजेंडे के साथ आगे बढ़ते देखा गया है। महाविकास अघाड़ी सरकार और विशेष रूप से शिवसेना मस्जिदों पर शोर के खिलाफ आंदोलन के कारण असमंजस में थी। इसलिए मनसे और बीजेपी के बीच नजदीकियां लगातार बढ़ती नजर आ रही थीं। राज्य में होने वाले महानगर पालिका चुनाव में बीजेपी को मनसे से फायदा हो सकता है। इसलिए चर्चा है कि भाजपा, शिवसेना और मनसे के नेता दूरदर्शी सोच के साथ यह सुलह कार्यक्रम लेकर आए हैं।