
लंबी कानूनी लड़ाई के बाद बुजुर्ग को मिला उसका हक, राजनीतिक दबाव और गुंडागर्दी के बल पर हड़पने की साजिश…
दादागिरी और गुंडई करने वालों के लिए कानून बना है- वपोनि सालवे
एसएन दुबे
कल्याण- लंबी कानूनी लड़ाई लड़ने के बाद कल्याण पूर्व में एक बुजुर्ग व्यक्ति को उसका हक तो मिल गया लेकिन अभी भी कुछ लोग राजनीतिक दबाव बनाकर गुंडागर्दी के दम पर उसके जमीन को हड़पना चाहते हैं। कोलसेवाड़ी पुलिस ने संवैधानिक तरीके से 70 वर्षीय बुजुर्ग चंद्रजीत चौहान को कब्जा दिला दिया है लेकिन ब्रह्मवंत सिंह, भाना सिंह और जोगेंद्र सिंह का परिवार धरने पर बैठा है। धरने के पीछे क्या मकसद है यह तो कहना मुश्किल है मगर यह सच है कि ठाकुर परिवार के पास कोई दस्तावेज नहीं है जिससे यह साबित हो सके कि नाना पावशे चौक पर स्थित यह भूखंड उनका है। बतादें कि नाना पावशे चौक पर हनुमान टेकड़ी चाल में चंद्रजीत चौहान नामक बुजुर्ग व्यक्ति का पुश्तैनी जमीन है। उक्त जमीन के 7/12 में चौहान परिवार का नाम है और हाल ही में कोर्ट ने उनके पक्ष में फैसला दिया है। उक्त जमीन के बगल में ब्रह्मवंत सिंह, भाना सिंह और जोगेंद्र सिंह का तबेला है और बिना किसी दस्तावेज के वे उसपर दावा कर रहे हैं। इतना ही नहीं साम-दाम और दंड भेद और राजनीतिक दबाव बनाकर ठाकुर परिवार उक्त जमीन पर काबिज होना चाह रहा है। इसके लिए कई दिनों से परिवार अनशन पर बैठा है। इस मामले में कोलसेवाड़ी पुलिस स्टेशन के वरिष्ठ पुलिस निरीक्षक शाहूराज सालवे ने कहा कि न्यायिक प्रक्रिया के बाद संवैधानिक तरीके से चौहान को उनके जमीन पर काबिज करा दिया गया है। रही बात दादागिरी और गुंडई की तो उसके लिए कानून बना है। पुलिस अपना काम करेगी। वहीं इस मामले में आरटीआई एक्टिविस्ट विनोद तिवारी ने स्थानीय पुलिस की सराहना करते हुए कहा कि जिसका हक है उसे हक मिल गया है लेकिन कुछ लोग जान बूझकर फटे में टांग अड़ा रहे हैं।